क्या भारत में बंद हो जाएगी इलेक्ट्रिक गाड़ियां ?

क्योंकि एक इलेक्ट्रिक कार को बनाने में 13 हजार लीटर पानी बरबाद हो रहा है ]

"सोसायटी ऑफ रेयर अर्थ के मुताबित, एक इलेक्ट्रिक कार को बनाने में इस्तमाल होने वाला 8 किलो लिथियम, 35 किलो निकल, 14 किलो कोबाल्ट जमीन से खोदकर निकला जाता है" 

जिस्मे 4275 किलो एसिड कचरा पैदा होता है! ओर इस से 9 टन कार्बन निकलता है!

जबकी पेट्रोल में यह  6  टन ही है ! एक इलेक्ट्रिक कार बनाने में 13 ,500  लीटर पानी बर्बाद होता है ! जबकी पेट्रोल में लगभग 4  हज़ार लीटर पानी लगता है !  इसलिए बात बराबर हो गई !

जबकी पेट्रोल में लगभग 4 हज़ार लीटर पानी लगता है !   इसलिए बात बराबर हो गई !

इसलिए अब भारत में इलेक्ट्रिक कार बनाना पड़ सकता है महंगा !!!!! इसलिए बात बराबर हो गई !

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