अगर आप महंगे पेट्रोल और डीजल से छुटकारा पाना चाहते हैं. तो आप सोच रहे होंगे कि CNG VS ELECTRIC CAR इलेक्ट्रिक कार में कौन सी कार लेनी चाहिए. इन दोनों में से किसी भी कार को खरीदने से पहले एक बार यह जरूर देख ले, जो आपको इन दोनों कारों के फायदे और नुकसान के बारे में बताएंगे जिससे कि आप यह फैसला कर पाओगे कि आपको अपने लिए कौन सी कार ज्यादा फायदेमंद साबित होगी. इसके बारे में एक बार डिटेल में बात कर लेते हैं.


इस समय देश में दिन प्रतिदिन जो तेल के दाम बढ़ते जा रहे हैं और हमारे वातावरण का जो हाल बेहाल हो रहा है. उसी को देखते हुए आपको कोई सीएनजी या फिर इलेक्ट्रिक कार की तरफ जाना ज्यादा बेहतर ही होगा इसमें सभी जो कोई नया वाहन खरीदने जा रहा है. वह यह तो सीएनजी की कार खरीद रहे हैं या फिर वह इलेक्ट्रिक कार खरीद रहे हैं इन दोनों कारों के फायदे और नुकसान के बारे में बताते हैं.
CNG कार के क्या फायदे हैं ?
अब बहुत सी कंपनियों ने कंपनी फिटेड सीएनजी कारे देना शुरू कर दिया है जिससे कि यह पेट्रोल और डीजल की कारों से खरीदना तो महंगा पड़ता है, लेकिन चलाने में सस्ती पड़ती है क्योंकि सीएनजी कार पेट्रोल और डीजल कार से माइलेज काफी ज्यादा देती है, और प्रदूषण की बात करें तो पेट्रोल और डीजल के मुकाबले यह कार काफी कम प्रदूषण करती है.
CNG कार लेने के क्या नुकसान है ?
सबसे पहला तो सीएनजी किट का जो सिलेंडर है काफी बड़ा होता है, जिससे आपकी गाड़ी का बूट स्पेस खत्म हो जाता है, और बड़ा सामान रखने के लिए आपकी गाड़ी में जगह नहीं रहती है कुछ राज्यों में तो सीएनजी के पंप बड़ी मुश्किल से मिलते हैं वहां पर सीएनजी मिलती ही नहीं है मिलती है. तो काफी दूर जाकर मिलती है,
वहां पर तो कई बार घंटो तक लाइन में खड़ा भी रहना पड़ता है. जो गाड़ियां सीएनजी पर चलती है कुछ समय के बाद उनकी परफॉर्मेंस काफी कम हो जाती है. उनका इंजन पूरा लोड नहीं ले पाता है. देखा जाए तो कुछ जगह पर सीएनजी और डीजल, पेट्रोल की कीमत में कोई ज्यादा अंतर नहीं रह गया है.
इलेक्ट्रिक कार के क्या फायदे होंगे ?
सबसे बड़ा फायदा कि इनसे पर्यावरण में कोई नुकसान नहीं होता है यह जीरो पोलूशन करती है इलेक्ट्रिक कार की रनिंग कॉस्ट भी बहुत कम होती है जो ₹1 से भी कम हो जाती है आजकल सभी राज्य इलेक्ट्रिक वाहन को ज्यादा बढ़ावा दे रहे हैं कुछ राज्य इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी भी दे रहे हैं कुछ राज्य रोड टैक्स तक भी नहीं ले रहे हैं और दूसरी कारों के मुकाबले में इसकी मेंटेनेंस कोस्ट भी बहुत कम होती है.
इलेक्ट्रिक कार के क्या नुकसान है ?
इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने में जो सबसे बड़ी कमी सामने आती है उनकी कीमत, कीमत ज्यादा होने की वजह से हर कोई इलेक्ट्रिक वाहन को नहीं खरीद पा रहा है, अगर इसको हम दूसरी कारों से कंपेयर करें तो उनसे कीमत इसकी काफी ज्यादा होती है. इनको चार्ज करने के लिए अभी सभी जगह पावर स्टेशन मौजूद नहीं है.
पूरे देश में स्टेशन बनाने के लिए अभी चार-पांच साल तक का समय लग सकता है. इलेक्ट्रिक वाहन एक बार फुल चार्ज होने के बाद लिमिटेड दूरी तक ही जा सकता है. उसके बाद उसे चार्जिंग की आवश्यकता होती है. तो अभी के समय में चार्जिंग स्टेशन ज्यादा नहीं होने की वजह से भी अभी हर कोई इलेक्ट्रिक वाहन नहीं ले पा रहा है.
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